मक्खन कैसे बनाएँ और क्यूँ बनाएँ ?

मक्खन कैसे बनाएँ और क्यूँ बनाएँ ?

मक्खन बनाने की विधि : –

  1. मक्खन बनाने से पूर्व प्रतिदिन दो सप्ताह तक दूध में जमने वाली मलाई को एकत्रित करना होता है | ऐसे में आपको ऐसे दूध का चुनाव करना आवश्यक है जिसमें मलाई पड़ती हो | पारस डेरी के उत्पादों में से शुद्ध दूध का चुनाव एक सही और लंबे समय में एक लाभदायक निश्चय प्रमाणित होगा |
  2. इस एकत्रित कि गई मलाई को आपको अपने फ्रीज़र में एक एयर टाइट बर्तन में जमा करके रखते जाना है | 
  3. दो सप्ताह के बाद हम इसी जमा कि गई मलाई को फ्रीज़र से बाहर निकाल सामान्य तापमान में पिघलने छोड़ देंगे |
  4. ध्यान रहे कि मलाई कि मात्रा लगभग 2.5 कप हो जाए तब ही उसे मक्खन बनाने के लिए निकालें अन्यथा जमा करना कुछ और दिनों तक जारी रखें। 
  5. जब मलाई अपने आप पिघल जाए तब उसमें बर्फ मिलाएँ | गरम या सामान्य तापमान कि मलाई में मक्खन पूरी तरह नहीं निकलता है | 
  6. अगर आपके घर मिक्सर/ब्लेन्डर जैसे आधुनिक यंत्र न हो तो आप सालों से प्रयोग की जाने वाली मथनी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं | 
  7. इस ठंड मलाई के मिश्रण को आपको मथना होगा | यह काम इलेक्ट्रिक ब्लेन्डर या साधारण मथनी से किया जाता है |
  8. हाथ से मथने में पहली बार मक्खन निकालने में 10 मिनट का समय लग सकता है | यही काम ऑटोमैटिक ब्लेन्डर से 2 मिनट में हो जाता है | बस इतना ही अंतर है | जब आपको इस मिश्रण के ऊपर कि सतह पर सफेद मक्खन एकत्रित होता दिखाई देने लगे, तो सावधानी से चम्मच की सहायता से ही मक्खन को अलग करते जाएँ और एक अलग बर्तन में एकत्रित करते जाएँ |
  9. एक ही बार में सारा मक्खन नहीं निकलता है | इसलिए इस मिश्रण को तब तक मथना होगा जब तक मिश्रण में से सारी मलाई समाप्त न हो जाए | आपको चार से पाँच बार में पूरा मक्खन मिल जाएगा |
  10. अगर ब्लेन्डर के प्रयोग से मलाई गरम होने लगे तो तापमान गिराने के लिए ठंडे पानी या बर्फ का प्रयोग करें | ऐसा करना इसलिए आवश्यक है क्योंकि तापमान बढ़ने पर मलाई/मक्खन पिघलकर घुलने लगता है और फिर ऐसे में बहुत सारा मक्खन व्यर्थ हो जाएगा | 

मक्खन घर पर क्यों बनाना चाहिए ?

  1. कई बार होता है कि बच्चेबूढ़े मलाई खाने में आनाकानी करते हैं और स्वास्थ्य संबंधी कारणों से भी हम अपने प्रतिदिन आहार में चिकनाई कम चाहते हैं | ऐसे में बिना मलाई का दूध न देकर आप साधारण शुद्ध दूध के मलाई को अलग करके उसका सेवन कर सकते हैं | और जो मलाई अलग करें उसे मक्खन बनाने में प्रयोग करें ताकि वह भी व्यर्थ न जाए | आवश्यक यह भी है कि आप शुद्ध दूध का चुनाव करें जिसमे अच्छी मोटी मलाई पड़ती हो | पारस डेरी के पौष्टिक दूध का ही चुनाव करें |   
  2. आज के समय में दुकानों में मिलने वाले मक्खन में अत्यधिक मिलावट पाई जाती है | लाभ कमाने के उद्देश्य से मक्खन अशुद्ध कर बेच दिया  जाता है | बड़ी बड़ी कंपनियां भी मिलावट से अछूती नहीं हैं। बड़े बड़े दावे और अनुरोध सब ही करते हैं परंतु इन सबके मध्य आपके पास जो सबसे आसान और सबसे सुरक्षित विकल्प है वो घर पर ही माखन बनाने का है |
  3. घर पर बनें शुद्ध माखन का प्रयोग विभिन्न खानों के साथ बिना किसी संदेह या हिचकिचाहट के किया जा सकता है और यह घी भगवान के पूजन और प्रसाद बनाने में भी परएओफ हो सकता है | 
  4. घर पे बने मलाई के मक्खन से पैसों की बचत होती है | बाजार में मिलने वाले मक्खन महंगे होते हैं इसमें कोई संदेह नहीं है | ऐसे में बचत के साथ साथ शुद्धता का भी प्रमाण आपको किसी से मांगने की आवश्यकता नहीं है | आप के बनाए मक्खन में अशुद्धियाँ विद्यमान नहीं होंगी और यही आपके परिवार को अनेक बीमारियों से दूर रखेगा|
  5. शुद्ध मक्खन में कइ पौष्टिक तत्व होते हैं जैसे कि सोडीअम, कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, वसा, ऊर्जा आदि | इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होगा और यह आपकी सेहत उपयुक्त मात्रा में प्रयोग करने पर बनाए रखेगा |