पनीर के कई पौष्टिक गुण हैं | इसे प्रतिदिन अपने भोजन का भाग बनाने से हमारे शरीर में अनेक आवश्यक तत्वों की कमी दूर होती है | इसमें कैलशियम होता है जो कि हमारी हड्डियों को शक्तिशाली बनाता है और विटामिन बी भी पाया जाता है जिससे कैलशियम पूरे शरीर में सही मात्रा में वितरित करने में सहायता मिलती है | इसके अतिरिक्त पनीर में अधिक मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है जो मास पेशियाँ बनाने में सहायक सिद्ध होता है | शाकाहारी लोगों के लिए पनीर मीट का स्थानापन्न है | जो लोग मधुमेह से पीड़ित होते हैं या वज़न कम करने के प्रयास में होते हैं उनके लिए पनीर का सेवन लाभकारी सिद्ध होता है क्योंकि इसमें श्वेतसार की मात्रा प्रोटीन की तुलना में कम होती है |
नीचे दिए गए दस ऐसे तरीके हैं जिससे हम पनीर का सेवन कर सकते हैं :-
सुबह के नाश्ते में
सुबह हम पराठे आदि खाते ही हैं | ऐसे में पनीर का मसालेदार मिश्रण पराठे में भर कर खाने से हमारी भूख भी शांत होगी और लंबे समय तक हम बिना खाए रह भी पाएंगे | ऐसा उनके लिए करना बहुत उपयुक्त है जिन का दोपहर का खाना किसी कारणवश छूट जाता है | छोटे बालकों को इतना पौष्टिक आहार सुबह सुबह मिलना उनकी सेहत के लिए बहुत ही लाभदायक है |
कच्चे सादे पनीर का सेवन
जैसे कि हम जानते हैं कि जो लोग वज़न कम करना चाहते हैं उनके लिए कच्चा बिना मसाले का पनीर एक अच्छा विकल्प है | हम इसे प्रतिदिन अपने आहार में लेंगे तो प्रोटीन की कमी भी दूर होगी और वज़न घटाने में सहायता भी मिलेगी |
पनीर की अनेक प्रकार की सब्ज़ियाँ
भारत में खाने के प्रकार की कमी काभी नहीं होती | ऐसे ही पनीर के अनेक व्यंजन बनते हैं जैसे कि पनीर कोफ़्ता , पनीर लबाबदार , मलाई पनीर , मुग़लई पनीर , मटर पनीर , नवाबी पनीर , कढ़ाई पनीर , इत्यादि | कई बार छोटे बच्चे खाने में लापरवाही करते हैं | हरी सब्ज़ियाँ आवश्यक हैं लेकिन बड़े बूढ़े तक मन मार के इसका सेवन करते हैं | दूध भी कई बार ऐसी ही परिस्थिति में मन के विरुद्ध पिलाना ही पड़ता है | पनीर के स्वादिष्ट व्यंजन इन सब बातों का चटपटा, मन को लुभाने वाला विकल्प है | आप अलग – अलग सब्ज़ियाँ बनाकर इसका सेवक सपरिवार करें और इसके स्वाद में छिपे इसके पौष्टिक गुणों का लाभ उठाएँ |
शाम के नाश्ते में
पनीर के पकौड़े से लेकर पनीर के चीला तक शाम के नाश्ते के लिए पनीर से स्वादिष्ट विकल्प शायद ही हो | पनीर को आप सैण्डविच के लिए भी प्रयोग कर सकते हैं | इसे और पौष्टिक बनाने के लिए इसमें हरी सब्ज़ियाँ, टमाटर , आदि डाल सकते हैं |
पनीर का सलाद में प्रयोग
कुछ लोग मसालेदार भोजन या अधिक तेल का भोजन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से छोड़ देते हैं और सादा भोजन, सलाद या फलाहार करते हैं | ऐसे लोगों के लिए भी पनीर खाने के तरीकों की कमी नहीं है | जिस भी तरह का सलाद बनाएँ – सादा या चाट मसाले के साथ, पनीर के बारीक टुकड़ों को उसमें मिलाकर खाएँ | अगर आपको पनीर पहले से ही पसंद है तो आपको इसका स्वाद बहुत प्रिय लगेगा | अगर ऐसा नहीं है तो स्वास्थ्य के लिए ही सही इसका प्रयोग आप सलाद बनाने में करें और इसमें पाए जाने वाले गुणकारी तत्त्वों का लाभ उठाएँ |
ऑमलेट या डोसा में पनीर का प्रयोग
ऑमलेट में पनीर स्वाद बढ़ाने के लिए डाला जा सकता है | वैसे भी ऑमलेट के अपने गुण होते हैं , पनीर को इसमें भरने से इसके पौष्टिक गुणों और स्वाद दोनों में वृद्धि होगी | इसी तरह से डोसा में आलू न भर कर पनीर भरें | यह अधिक लाभदायक होगा | श्वेतसार की मात्रा ऐसे में कम होगी और प्रोटीन की मात्रा बढ़ेगी जिससे कि मधुमेह के रोगी या अधिक वज़न से पीड़ित लोग भी आसानी से इसका सेवन कर सकेंगे | इसे आप चाहे तो मसालेदार मिश्रण कि तरह उपयोग करें या फिर सादे कद्दूकस किए पनीर के मिश्रण जैसा भी उपयोग कर सकते हैं |
रोल बनाने में पनीर का प्रयोग
हम आलू , सब्ज़ी के रोल तो खाते ही हैं | इसके अलावा पनीर का मिश्रण एक बहुत ही स्वादिष्ट तरीका है जिससे हम बच्चों के टिफिन के लिए रोल जैसे व्यंजन तैयार कर सकते हैं | यह आसान भी है और स्वास्थ्यवर्धक भी | इस मिश्रण में अधिक मात्रा में पनीर होता है जिसमें हम मसाले और दूसरी सब्ज़ियाँ मिलाकर एक अत्यधिक स्वादिष्ट मिश्रण तैयार करते हैं और फिर इसी मिश्रण को मैदा या गेहूं के पराठे में भरकर उसका रोल बनाते हैं | यह विधि उनके लिए बहुत सहूलियत लाएगी जिन्हे यात्रा बहुत करनी पड़ती हो या भोजन का समय कम मिलता हो |
चाइनीज व्यंजनों में पनीर
नूडल्स से लेकर मंचुरियन तक पनीर का जमकर प्रयोग किया जाता है | पनीर का इन व्यंजनों में शामिल होने का श्रेय कुछ हद तक शाखाहारी लोगों को भी जाता है क्योंकि वे मीट का सेवन नहीं कर सकते | तो उसके विकल्प में पनीर का प्रयोग अनेक चाइनीज व्यंजनों में किया जाने लगा | कटलेट में भी पनीर के कटलेट और मोमोज में भी मीट की जगह पनीर का उपयोग कर सकते हैं |
चावल में पनीर का प्रयोग
बिरयानी और पुलाव बनाने की विधियाँ अलग अलग तो हैं और इसमें पनीर मिलाना केवल एक विकल्प मात्र है | चावल सादा न खाकर उसका उपयोग पनीर पुलाव , या पनीर भुरजी पुलाव, पनीर फ्राइड राइस जैसे लग अलग व्यंजन तैयार करने में किया जा सकते हैं | ऐसे में अलग से कोई करी नहीं बनानी पड़ती | चावल को इस तरह से पकाने में अकेले ही इसका सेवन किया जा सकता है | अगर आपके पास पकवान बनाने का समय नहीं होता है तो पनीर पुलाव बनाकर सम्पूर्ण आहार का लाभ लिया जा सकता है |
पनीर कि भुरजी
हमारी सूची समाप्त कभी नहीं होगी | पनीर के अनेकों व्यंजनों की विधियाँ हैं | अगर कोई मसालेदार पनीर करी न खाना चाहता हो या स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के कारण अधिक तेल वाले भोजन का न सेवन कर सकता हो तो वो पनीर की सादी भुरजी रोटी के साथ खा सकता है | इसमें कम से कम तेल और मसाला लगता है और बनाने में भी बाकी व्यंजनों की तुलना में कम से कम समय लगता है | कोई अकेला रहता हो या सादा भोजन चाहता हो तो पनीर की भुरजी से पौष्टिक व स्वादिष्ठ आहार नहीं होगा | यह बाकी सब्जियों का आसान स्थानापन्न है |
ऊपर लिखे सारे तरीके बच्चों, बूढ़ों, रोगी, निरोगी सबको ध्यान में रखकर लिखे गए हैं | आप अपनी खुद की विधि भी प्रोयोग कर पनीर का सेवन अनेक प्रकार से कर सकते हैं |